ATM Full Form in Hindi - एटीएम का फुल फॉर्म क्या है ?


इस पोस्ट में आज हम ATM Full Form और ATM से संबंधित सामग्री के बारे में बात जानेगे, हम में से बहुत लोग सोचते है कि ATM का Full Form ANY TIME MONEY है, लेकिन यह सही नहीं है, आज के इस पोस्ट में आपको ATM Full Form in Hindi - एटीएम का फुल फॉर्म क्या है ? बताऊंगा।

ATM Full Form :- 

ATM का पूरा नाम Automated Teller Machine है। ATM के कुछ और भी नाम है। जो निचे बताये गए है।

  • Air Traffic Management ( इसका उपयोग विमान यानि वायुयान के क्षेत्र में होता है ) 
  • Asynchronous Transfer Mode ( इसका उपयोग I.T. के क्षेत्र में होता है ) 
  • Angkatan Tentera Malaysia ( मलेशियन सस्त्र बल ) 
  • Association of Techers of Mathematics ( यह एक नॉन प्रॉफिट आर्गेनाइजेशन है ) 
  • Altamira Airport यह एक एयरपोर्ट है जो कि Altamira ब्राज़ील में स्थित है।
ATM को दुनिया के अन्य हिस्सों में इस विभिन्न नामो से जाना जाता है, ऐसे cash point, Cash Machine, Mini Bank और HOLE in the Wall के नाम से जानते है। वही कनाडा में ATM को ABM यानि ( Automatic Banking Machine ) के नाम से जाना जाता है. मेने सोचा क्यों ना आज आपको एटीएम का फुल फॉर्म बता दू। जिससे आगे अगर आप Competition Exam की तैयारी कर रहे है तो आपको बहुत ही ज्यादा काम आएगा। 

ATM क्या है? 

ATM का उपयोग विशेष तोर पर पैसे निकालने के लिए किया जाता है, यह लगभग हर बैंक द्वारा लगाया जाता है, भारत में 22 राष्ट्रीयकृत बैंक है तथा अन्य बैंक  प्राइवेट बैंक भी है, ATM भारत में बहुत समय पहले से ही लगाया जा रहा है, इसमें बैंक द्वारा पैसे डाले जाते है, और लोग अपने अकाउंट से ATM के द्वारा पैसे निकाल सकते है, आज के टाइम में  ATM से पैसे निकलने के साथ साथ और भी काम किये जा सकते है।

यह एक विशेष प्रकार के प्लास्टिक कार्ड के माध्यम से अपने अकाउंट तक पहुंचते है, ATM Card पर मैगनेटिक स्ट्रिप पर यूजर की जानकरी के साथ Encoded होता है, स्ट्रिप में एक विशेष प्रकार का कोड होता है, जिसमे बैंक के ATM उस कोड को पहचान कर सकते है, और इस प्रकार हर यूजर के कार्ड में उसके बैंक की जानकरी होती है. जिससे वो आसानी से बैंक ATM से आसानी से बैंक से जुड़े काम कर सकते है।

एटीएम का फुल फॉर्म हिंदी में ( ATM Full Form in Hindi )

अब आपको एटीएम का फुल फॉर्म हिंदी में क्या है, इसके बारे में बताते है। 
  • ए -  स्वचालित
  • टी - टेलर 
  • एम - मशीन

ATM कैसे काम करता है

ATM का इस्तेमाल करने के लिए, आपको ATM Machines के अंदर प्लास्टिक ATM Card डालने होंगे. कुछ machines में आपको अपने कार्ड गिराने पड़ते हैं. कुछ मशीनें कार्ड स्वैप करने की अनुमति देती हैं, इन ATM Card में एक मैगनेटिक स्ट्रिप के रूप में आपके खाते का विवरण और अन्य सुरक्षा जानकारी होती है. जब आप अपना कार्ड ड्रॉप / स्वैप करते हैं, तो ATM Machines को आपके खाते की जानकारी मिल जाती है, और वह आपका पिन नं। सफल प्रमाणीकरण के बाद, मशीन वित्तीय लेनदेन की अनुमति देगा।

ATM के पार्ट्स 

ATM में मुख्यतः 2 प्रकार के पार्ट्स उपयोग किये जाते है जिससे यूजर को इसका उपयोग आसानी से कर सकते है। 
  1. Input Device 
  2. Output Device 

Input Device 

Input Device दो प्रकार की होती है। 

  • Card Reader 
  • Keypad 
Card Reader :- Card Reader के द्वारा ATM के डाटा यानि खाते की जानकरी को पढ़ता है, जो आपके ATM Card के पीछे की तरफ मैगनेटिक स्ट्रिप में सेव होती है, और इस डाटा के वेरिवफिकेशन के लिए सर्वर पर भेजता है, डाटा के वेरिवफिकेशन के बाद यूजर सर्विस प्राप्त आदेशों के आधार पर ATM नगद निकालने की अनुमति देता है।

Keypad :- Keypad आपको पिन से विवरण आप कितना पैसा ATM से निकलना चाहते है, और अन्य काम जैसे Enter, Clear, Cancel आदि को इनपुट करने के अनुमति देता है। 

Output Device

  • Screen 
  • Speaker
  • Cash Dispenser
  • Receipt Printer 
Screen :- इसका उपयोग अकाउंट से संबंधित जानकारी ( खाते धारक का नाम, उपलब्ध शेष राशि इतयादि ) को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है. आपके लेन देन को सफलतापूर्वक पूरा काने के लिए आपको जिन कार्यो को करने की आवश्यकता होती है। 

Speaker :- अधिकांश बैंक ATM में Speaker लगे होते है, जब आप अपने बैंक खाते से लेन देन करते है तो आपको Speaker के माध्यम से दिशा निर्देश दिए जाते है। जिससे आपको लेन देन करने में आसानी हो जाती है। 

Cash Dispenser :- Cash Dispenser ATM में सबसे महत्वपूर्ण Output Device में से एक है, इसका उपयोग ATM से केस निकलने के लिए किया जाता है। 

Receipt Printer :- यह आपको लेन देन के बाद आपको एक रसीद प्रधान करता है, इसमें आपके खाते से संबंधित सारी जानकारी होती है, इस रसीद में निकासी राशि, शेष राशि, दिनाक समय, स्थान आदि शामिल है।

अब जान लेते है ATM कितने प्रकार के होते है?

ATM के प्रकार 

On Site ATM : बैंक परिसर के अंदर के ATM को On Site ATM के रूप में जाना जाता है.

Online ATM : इस प्रकार का ATM बैंक के database से 24 घंटे जुड़ा रहता है. आप अपने अकाउंट में मौजूद शेष राशि से अधिक नहीं निकाल सकते.

Offline ATM : यह बैंक के database से जुड़ा नहीं होता है. यहां तक कि अगर आपके पास आपके अकाउंट में आवश्यक राशि नहीं है, तो आप इसे निकाल पाएंगे, इसके लिए Bank कुछ जुर्माना लगा सकता है.

Off Site ATM : बैंक परिसर के अंदर विभिन्न स्थानों पर स्थित ATM को Off Site ATM के रूप में जाना जाता है.

Yellow Label ATM: Yellow Label ATM, E-Commerce reasons के लिए प्रदान किए जाते हैं.

White Label ATM : Non-Banking Financial Companies द्वारा स्थापित किए गए ATM को White label ATM के रूप में जाना जाता है.

Brown Label ATM : इस प्रकार के ATM के Hardware और ATM Machine के पट्टे पर एक Service Provider का Ownership होता है, लेकिन Banking Network के लिए Cash Management और Connectivity एक बैंक द्वारा प्रदान की जाती है.

Orange Label ATM : ये ATM Share Transaction के लिए प्रदान किए जाते हैं.

Pink Label ATM : ये ATM केवल महिलाओं के लिए प्रदान किए जाते हैं.

Green Label ATM : ये ATM कृषि लेनदेन के लिए प्रदान किए जाते हैं.

ATM का प्रमुख कार्य 

  1. ATM के द्वारा अपने बैंक अकाउंट में जमा किये हुए पैसे निकले जा सकते है, तथा अकाउंट में कितने पैसे और शेष बचे है एवं बैलेंस की जानकारी ATM स्क्रीन पर भी दिखाया जाता है और साथ एक पर्ची पर शेष बचे पैसे की जानकरी दी गयी होती है.
  2. ATM के द्वारा मोबाइल नंबर रजिस्टर किया जा सकता है तथा अपने मोबाइल पर sms को चालू किया जा सकता है। 
  3. ATM के पिन कोड और नए पिनकोड को प्राप्त किया जा सकता है। 
  4. एटीएम मशीन से किसी अन्य अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किये जा सकते है। 
  5. शॉपिंग तथा फीस जमा किया जा सकता है। 
  6. किसी भी सार्वजानिक और प्राइवेट किसी भी संस्था और कार्य के बिल का भुगतान किया जा सकता है। 
  7. ATM Card के द्वारा किसी अन्य ATM कार्ड में अथवा अन्य खाते में पैसे ट्रांसफर किये जा सकते है। 
  8. किसी दूसरे के ATM में पैसे भेजें जा सकते है। 

ATM के फायदे ? ( Advantages of ATM )

  1. ATM का फुल फॉर्म आटोमेटेड टेलर मशीन है. ATM एक इलेक्ट्रो-मैकेनिकल मशीन है, जिसका उपयोग बैंक खाते से वित्तीय लेनदेन करने के लिए किया जाता है.
  2. ATM के आ जाने के बाद अब कर बैंक के ग्राहक को पैसो की लेन देन के लिए पहले से ज्यादा सुविदा मिलती है। 
  3. ATM की सुविधा 24 घण्टे उपलब्ध रहती है, आप जब चाहे तब पैसा ATM से निकाल सकते है। 
  4. पहले अपने बैंक अकाउंट में से पैसे निकलने के लिए बैंको में लाइने लगाकर घण्टो तक लाइन में खड़े रहना पड़ता था, ATM के आने के बाद अब बैंक में लाइन लगाने की जरूरत नहीं पड़ता है। 
  5. आज भारत में सभी बैंको ने अपने ATM लगा रखे है, आप किसी भी बैंक के ATM से पैसे निकल सकते है. 

ATM Card / Debit Card के लिए कैसे Apply करते है?

  • अगर आप चाहे तो ATM Card के लिए Online और Offline दोनों ही तरीको से Apply कर सकते है. आपको जो भी तरीका आसान और सरल लगे आप उस तरीके का इस्तेमाल कर सकते है. हालंकि Online तरीका सभी का एक जैसा नही होता इसलिए मैं आपको इस पोस्ट में Offline तरीके के बारे में बताने जा रहा हु.
  • सबसे पहले आपका अकाउंट जिस Bank में है उसके किसी भी नजदीकी ब्रांच में जाये।
  • वहाँ जाकर आप ATM Card के लिए Application Form के लिए मांग कर सकते है या आप इसे ऑनलाइन भी Download कर सकते है।
  • आप Form में पूछी गयी जानकरी जैसे  (नाम , जन्म तिथि, पता,मोबाइल नंबर,ईमेल, अकाउंट नंबर आदि जैसी जानकारी ) को सही तरीके से भर करके बैंक में जमा कर सकते है।
  • इसके बाद आपको 15 या ज्यादा दिनों तक इंतज़ार करना होगा और उसके बाद आपके घर तक आपका ATM Card पहुंचा दिया जायेगा।

ATM से जुडी कुछ रोचक जानकारी 

ATM के बारे में कुछ रोचक जानकारी शायद ही आपने सुना होगा। 

ATM का आविष्कारक :- ATM  का आविष्कारक जॉन शेफर्ड-बैरोन है, जिनका जन्म 23 जून 1925 को मेघालय के शिलांग ( भारत ) में हुआ था। 

ATM Pin Number :- जॉन शेफर्ड-बैरोन ने ATM पिन 6 नंबर रखने के बारे में सोचा था लेकिन उनकी पत्नी को 6 नंबर पिन याद करना मुश्किल हो रहा था तो फिर जॉन शेफर्ड-बैरोन ने ऐसे 4 अंको का बनाने का फैसला लिया। 

दुनिया का पहला ATM :- यह 27 जून 1967 को लन्दन के बार्कलेज बैंक में लगाया था। 

भारत का पहला ATM :- भारत में 1987 में HBSC के द्वारा स्थापित किया गया था। HBSC  Full Form ( Hong Kong and Shanghai Banking Corporation ).

ATM का उपयोग करने वाला व्यक्ति :- कॉमेडी अभिनेता रेन वर्नी थे जिन्होंने पहली बार ATM का उपयोग कर ATM से पैसे निकले थे 


दोस्तो उम्मीद करता हु आपको मेरा पोस्ट ATM Full Form in Hindi - एटीएम का फुल फॉर्म क्या है ? जरूर पसंद आयी होगी। इस पोस्ट एटीएम का फुल फॉर्म क्या है ? में मैंने ATM से जुडी तम्माम जानकरी को आपके साथ शेयर किया है. जिससे आपको किसी और जगह जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

अगर आपके मन में किसी भी प्रकार का सवाल या सुझाव एटीएम का फुल फॉर्म क्या है ? से लेकर है तो आप हमें कमेंट कर जरूर बताये। जिससे हम आपके सुझाव पढ़ने के बाद आपने इस पोस्ट में कुछ संसोदन कर सके। 

अगर आपको यह पोस्ट ATM Full Form in Hindi - एटीएम का फुल फॉर्म क्या है ? इससे कुछ सिखने को मिला तो आप अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करे। 


इस पोस्ट में हमने आपको क्या - क्या जानकरी दी है वो इस प्रकार है। 

  • ATM Full Form in Hindi - एटीएम का फुल फॉर्म क्या है ?
  • ATM क्या है? 
  • एटीएम का फुल फॉर्म हिंदी में 
  • ATM के पार्ट्स 
  • ATM के प्रकार 
  • ATM का प्रमुख कार्य 
  • ATM के फायदे 
  • ATM Card / Debit Card के लिए कैसे Apply करते है?
  • ATM से जुडी कुछ रोचक जानकारी 

Post a Comment

Previous Post Next Post